Saturday, May 5, 2018

मृत्यु

मृत्यु

क्या है मृत्यु ?

१. हमारे आत्मबल से शत्रु का बल ज्यादा है ये सोचना है मृत्यु
२. रणभूमि में शत्रु से भयभीत होकर जीवित रहना है मृत्यु
३. जिस नीच ने हमारी माँ का अपमान किया वो हमारी आँखों के सामने अट्टहास कर रहा है उसका सर काट कर माँ के चरणों में अर्पित करने की जगह पीठ दिखा कर भागना है मृत्यु

उस मृत्यु को मारने जा रहा हूँ मै

मेरी माँ और मातृभूमि को कोई नीच पापी छू नहीं सकता उनकी छाती चीर कर उन सबको ये कहने जा रहा हूँ मै

मेरे साथ आएगा कौन - मै
मेरे साथ लडेगा कौन - मै
उस शत्रु को पार करके मेरे साथ अमर होगा कौन - मै

जय माहिष्मती